Chyawanprash in hindi

Chyawanprash in hindi:च्यवनप्राश की जानकारी इसके फायदे,लाभ और नुकसान

क्या होता है च्यवनप्राश? – What is Chyawanprash?

  • च्यवनप्राश एक आयुर्वेदिक पेस्ट होता है, जो बनता है जड़ी-बूटियों के सही रेशीओ में उपयोग करके। आमतौर में इसे, भारत में सर्दियों में, इसे बच्चों से लेकर बूढ़े, सब खाते हैं। इसे सर्दी और ज़ख़ाम से बचाव, और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम को और अच्छा बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • कई घरों में बड़े अपने अपने बच्चों को च्यवनप्राश खाने की सलाह देते रहे हैं। इसे इसलिए सर्दियों भी खाया जाता है, क्योंकि उस समय, सर्दी और ज़ख़ाम दोनो होने की सम्भावनाएँ ज़्यादा बढ़ जाती हैं।
  • पर ऐसा बिलकुल भी नहीं है कि इसे सिर्फ़ ठंड में ही खाना चाहिए। च्यवनप्राश खाने के फ़ायदे और अन्य मौसमों में भी होते हैं।
  • इस लेख में हम आपसे च्यवनप्राश के फ़ायदे और दुष्प्रभाव की बात तो करेंगे ही, पर साथ मेंकुछ और चीज़ें जैसे खुराक और सावधानियों की भी बात करेंगे। तो चलिए आगे बढ़ते हैं उस लेख में,जो बात करेगा बच्चों से बूढ़ों को लाभ पहचाने वाला, च्यवनप्राश।

च्यवनप्राश में मौजूद सामग्री:Ingredients

  • च्यवनप्राश में वैसे करीब 50 तरह की चीज़ों का उपयोग होता है।
  • आज बाजार में बहुत सारी कम्पनियाँ च्यवनप्राश बनाती हैं। हर कम्पनी, अपनी पसंद और उपलब्धता के ऊपर, अपने च्यवनप्राश का अंतिम रेशीओ निर्धारित करती है। वह कुछ सामग्रियों को ज़्यादा, और कुछ को कम इस्तेमाल करती हैं। आज हम आपको उन सामग्रियों में से, ज़्यादातर इस्तेमाल सामग्रियों की सूची दे रहे हैं। घरों में आमतौर पर दादी-नानी भी इन निम्नलिखित सामग्रियों का ही इस्तेमाल करती हैं। तो चलिए देखते हैं उस सूची को:
  • आंवला
  • वसाका
  • अश्वगंधा
  • तुलसी
  • नीम
  • केसर
  • पिप्पली
  • ब्राह्मी
  • घी
  • शहद
  • लौंग
  • इलायची
  • दालचीनी
  • बेल
  • अगुरु
  • तेजपत्ता
  • पुनर्नवा
  • हल्दी
  • नाग केसर
  • शतावरी
  • तिल का तेल

च्यवनप्राश के फ़ायदे : Chyawanprash Benefits in Hindi

  • आयुर्वेद के अनुसार, च्यवन ऋषि ने इसकी खोज की थी।  यह आपके शरीर को विटामिन और खनिसज देते हैं, जिससे आपके शरीर में ऊर्जा तो बनी रहती ही है, पर सेक्स पावर में भी इज़ाफ़ा होता है।
  • इसे खाने से आपके सफ़ेद होते बालों में भी कमी होती है। रोज़ाना इसे खाने से वो फिर से काले हो जाते हैं।
  • इससे नाख़ून भी मज़बूत होते हैं।
  • जैसा कि हमने पहले भी कहा, की सर्दी, खाँसी और फलु होने पर, च्यवनप्राश खाना बहुत लाभदायक होता है, क्योंकि इससे हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है।
  • सर्दियों के समय, रोज़ाना शाम और सुबह, हम च्यवनप्राश खाकर, इन बीमारियों से बच सकते हैं।
  • इसके खाने से, हमारी पाचन क्रिया से जुड़ी, कयी बीमारियाँ तो दूर होती हैं हाई, पर हमारी पाचन प्रणाली और मज़बूत हो जाती है।
  • महिलाओं के लिए भी, च्यवनप्राश बहुत लाभदायक होता है। यदि आपको मासिक धर्म नियमित रूप से ना हो रहा हो, तो आप इसका सेवन ज़रूर करें। इससे मासिक धर्म से जुड़ी सभी समस्याएँ दूर हो जाती हैं।
  • चाहे वो बच्चे होन या बढ़े, अगर आप नियमित रूप से च्यवनप्राश खाएँ, तो आपका दिमाग़ ऐक्टिव रहता है और आपकी एकाग्रता बढ़ती है। साथ ही आपका मेंटल स्ट्रेस या तनाव कम रहता है और दिमाग़ स्वस्थ रहता है।
  • आप तो यह बात से सहमत होंगे ही, कि आजकल खाने में कोलेस्ट्रोल की मात्रा ज़्यादा होती है, जिससे दिल की बीमारियाँ ज़्यादा होने लगी हैं।
  • इसमें ऐसे हर्ब या जड़ी-बूटियाँ होती हैं जो शरीर से टॉक्सिक पदार्थ तो बाहर निकालते हैं ही, पर यह ब्लड सर्क्यलेशन को बेहतर बनाते हैं।
  • च्यवनप्राश में ऐंटाई-ओक्षिडेंट्स  होते हैं, जो फ़्री रडिकलेस से त्वचा को होने वाले नुक़सान को कम करते हैं। इसका मतलब यह है की चेहरे पर होने वाली झुर्रियाँ और ‘एज’ स्पाट्स को कम करती हैं। यदि आप हमेशा जवान रहना चाहते हैं, तो च्यवनप्राश खाना न भूलें।
  • इसे खाने से फेफड़ों की बीमारी दूर होती है। यदि आपको अस्थमा है, तो च्यवनप्राश को अपनी डाइयट में ज़रूर शामिल करें।
  • यदि आपको अनेमिया की शिकायत है, तो आपको इसे ज़रूर खाना चाहिए। इसके सेवन से शरीर में हेमोग्लोबिन की मात्रा बधि है।

च्यवनप्राश का उपयोग: Chyawanprash Uses in Hindi

  • आप इसको ऐसे ही चम्मच से, या रोटी में लगाकर खा सकते हैं।
  • आप इसे ठंडे या गर्म दूध में मिलाकर भी पी सकते हैं।
  • आप इसे सोने से पहले ना लें।

च्यवनप्राश की खुराक: How to Take Chyawanprash in Hindi

  • किसी भी शरीर को यह तभी फ़ायदे पहुँचता है, जब सही तरीक़े से इसकी खुराक ली जाए।
  • यदि इसको खुराक की मात्रा से ज़्यादा लिया जाए, तो लाभ के स्थान पर शरीर को हानि भी पहुँचा सकता है।इसी कारण, इसका दिन में एक या दो चम्मच से ज़्यादा सेवन न करें।
  • अगर हम बात ग्राम में करें तो, NCBI ने अपने वेब्सायट में यह बताया है कि 12 से 28 गरम का ही प्रतिदिन सेवन होना चाहिए, च्यवनप्राश का।

च्यवनप्राश लेने से पहले सावधानियाँ:Precautions before taking Chyawanprash in hindi

  • वो बच्चे जो बहुत छोटे होते हैं, प्रेगनंट औरतें और मधुमेह के रोगियों को च्यवनप्राश का इस्तेमाल, अपने चिकित्सक से सलाह लेकर हाई करना चाहिए।
  • च्यवनप्राश एक ग़र्म तासीर की औषधि होती है। यदि आपके मुँह में छले हों, तो इसका सेवन करने से बचें।
  • जिन लोगों को ऐलर्जी, जल्दी होती है, वो लोग च्यवनप्राश के इस्तेमाल से पहले, चिकित्सक के परामर्श को सुनें।
  • जो व्यक्ति दमा (अस्थमा) या कोई और श्वास सम्बंधी समस्या का रोगी है, तो उसे च्यवनप्राश को दूध के साथ नहीं लेना चाहिए।
  • सोने के ठीक पहले, च्यवनप्राश का सेवन ना करें।

च्यवनप्राश के दुष्प्रभाव या साइड-इफ़ेक्ट: Chyawanprash Side Effects in Hindi

वैसे च्यवनप्राश(Chyawanprash in hindi) एक आयुर्वेदिक औषधि है, और माना जाता है कि इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है, पर अगर आप कोई और दवा ले रहे हैं, तो इसका सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।

यह माना जाता है कि च्यवनप्राश के दुशप्रभाव व फ़ायदों को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है। जो कुछ भी हम जानते हैं, वो लोगों के अनुभवों पर ही आधारित है।

NCBI ने अपने वेब्सायट पर यह शोध प्रकाशित की है ‘चयवानप्रश’ का बारे में। वह काएहति है की अगर ठीक मात्रा में उसे लिया रोज़ाना जाए, तो वह हमारे लिए बिलकुल सुरक्षित होता है, पर फिर भी कुछ नुक़सान हो सकते हैं जिनके बारे में हम आपको नीचे बताते हैं:

  • च्यवनप्राश में मौजूद सामग्री में आंवला होता है, जिसे रात के वक़्त खाने से दांतों पर बुरा असर पड़ सकता है। आँवला खाकर, रात को कुछ भी मीठा नहीं खाना चाहिए, वो शरीर के लिए ज़हरीले  तत्व का काम करता है। वो जानलेवा हो सकता है।
  • यह भी कहा जाता है की इसे ज़्यादा खाने से पेट ख़राब होता है, पर इसका कोई ठोस सबूत नहीं है।
  • च्यवनप्राश में काफ़ी चीनी का उपयोग होता है। इसी कारण, यह डायबिटीज के रोगियों के लिए अच्छा नहीं होता है।

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मेरा नाम रूचि सिंह चौहान है ‌‌‌मुझे लिखना बहुत ज्यादा अच्छा लगता है । मैं लिखने के लिए बहुत पागल हूं ।और लिखती ही रहती हूं । क्योकि मुझे लिखने के अलावा कुछ भी अच्छा नहीं लगता है में बिना किसी बोरियत को महसूस करे लिखते रहती हूँ । मैं 10+ साल से लिखने की फिल्ड मे हूं ।‌‌‌आप मुझसे निम्न ई-मेल पर संपर्क कर सकते हैं। vedupchar01@gmail.com
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